रिश्ता दोस्ती" का हो या "प्रेम" का..
एक वक्त के बाद सभी "ऊब" जाते हैं, इसलिए "जो जाना" चाहे उन्हे रोकिए मत..
क्यों की जिंदगी "ठहरने" का नही, निरंतर "आगे" बढते रहने का नाम है, उनके द्वारा लिए गये "निर्णय" को "स्वीकार" करिए, और खुद को भविष्य के लिए "मज़बूत" बनाइये..!